प्राकृतिक संसाधन संरक्षण हेतु अभियान संपन्न 

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औरैया 13 दिसम्बर 23-महिला एवं बाल विकास समिति द्वारा विज्ञान एवं संचार परिषद (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मीडिया) नई दिल्ली के सहयोग से गांव गांव प्राकृतिक संसाधनों एवं आजीविका संरक्षण हेतु अभियान के माध्यम से समुदाय को जागरूक एवं संवेदित करने हेतु गांव गांव अभियान चलाया  जा रहा। समिति द्वारा जनपद के 35 गांव में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण एवं महिलाओं की आजीविका संरक्षण हेतु अभियान के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। जनपद के ग्राम बिरिया में संसाधनों के प्रति संवेदित करते हुए संदर्भ ब्यक्ति रीना पाण्डेय द्वारा  बताया गया कि जल संसाधन सिंचाई, जल निकासी तथा जल प्रबंधन भूजल खोज, कूपों का विकास तथा लघु सिंचाई बाढ़ नियंत्रण तथा नदी शुष्क खेती सहित कृषि वर्षा तथा सिंचित कृषि जल ग्रस्‍न प्रबंधन प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन मानव संसाधन विकास का प्रबंधन बहुत आवश्यक है। रिसोर्स पर्सन कालिन्द्री ने समुदाय को जागरूक करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि प्राकृतिक संसाधनों जैसे कि भूमि, जल, मृदा, वनस्‍पति तथा जीव जन्‍तु के प्रबंधन से है जो दोनों वर्तमान व भविष्‍य की पीढि़यों के लिए जीवन की गुणवत्‍ता को प्रभावित करने पर विशेष ध्‍यान देता है । प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन सतत् विकास, सतत् वैश्विक भूमि प्रबंधन और पर्यावरण शासन के आधार बनाता है। बढ़ते आर्थिक, पर्यावरण, प्राकृतिक संसाधन और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने के लिए उनकी व्‍यावसायिक उद्यमता बनाए रखने में सहायता करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों की प्रबंधन नितांत आवश्यक है। संदर्भ ब्यक्ति धीरज सिंह ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन मृदा सर्वेक्षण तथा भूमि क्षमता मूल्‍यांकन भूमि उपयोग योजना जलग्रस्‍त विकास हेतु एकीकृत प्रबंधन योजना माइक्रो योजना की तैयारी वर्षा जल संचयन तथा जल संरक्षण प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन हेतु बंजर भूमि विकास हेतु सरकार द्वारा कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा जिससे समुदाय में प्राकृतिक संसाधनो का प्रबंधन हो सके। योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। इस अभियान में कालिन्द्री, मैशर, धीरज, अंकिता, विष्णु हरि सुनीता,सोनम, राधा, रीना पाण्डेय के सहित  92 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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