भारत के रतन मशहूर उद्योगपति रतन टाटा अंतिम सफर पर निकल पड़े, गुरुवार को महाराष्ट्र के वर्ली श्मशान में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस मौके पर तमाम मशहूर हस्तियां, उनके चाहने वाले हजारों लोग मौजूद थे, इससे पहले एनसीपीए ग्राउंड पर रतन टाटा को नम आंखों से विदाई दी गई. उनके अंतिम दर्शन को भीड़ उमड़ पड़ी, गृहमंत्री अमित शाह ने एनसीपीए ग्राउंड पहुंच कर श्रद्धांजलि दी. उनका पार्थिव शरीर तिरंगे से लिपटा था और दर्शन के लिए रखा गया था,
रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए अंबानी परिवार एनसीपीए ग्राउंड पहुंचा. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान आकाश अंबानी और श्लोका अंबानी भी साथ में मौजूद थे.
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को वर्ली के पारसी श्मशान भूमि में लाया जाएगा. सबसे पहले पार्थिव शरीर को प्रार्थना कक्ष में रखा जाएगा, जहां अंतिम प्रार्थना की जाएगी. इस अनुष्ठान में 45 मिनट लगेंगे. प्रार्थना प्रक्रिया पूरी होने के बाद पार्थिव शरीर को इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में रखा जाएगा और अंतिम संस्कार किया जाएगा.
रतन टाटा के निधन पर भारतीय जनता पार्टी के दिगग्ज नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने दुख जताया है. भाजपा के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी ने श्रद्धांजलि अर्पित कर कहा, ‘रतन टाटा उद्योग जगत के बड़े सितारे थे. उन्होंने भारतीय उद्योग पर अमिट छाप छोड़ी है. रतन टाटा दूरदर्शी थे.
टाटा ग्रुप की विरासत को नए मुकाम पर पहुंचाते हुए रतन टाटा ने कभी धनी बनने के लिए नहीं बल्कि भारत को एक बेहतर देश बनाने के लिए बिजनेस किया। आपको जानकर हैरानी होगी की रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप साल 2021 तक ही 102.4 अरब डॉलर यानी करीब 85,99,09,12,00,000 रुपये दान कर चुका था।