
वैसे तो औरैया नगरी धर्मभीरु जनमानस की नगरी जानी जाती है, यहां पर नित्य ही कहीं ना कहीं कोई ना कोई धार्मिक अनुष्ठान चल ही रहा होता है, भागवत और अखंड रामायण तो यहां आम बात है, कोई भी कहीं से भी कभी भी आकर सुन सकता है, कहीं न कहीं ऐसे आयोजन चलते मिल ही जायेंगे , लेकिन आज जब अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए, तो अयोध्या ही नहीं अपितु पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी आज राम नाम की धूम मची रही, भारत के अति विशिष्ट अतिथियों का आज अयोध्या नगरी में मेला लगा, तो वही सम्पूर्ण भारत का तमाम संत समाज राम लला के दर्शन को लालायित नजर आ रहा था, भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आज मुख्य यजमान बनकर सम्पूर्ण यम नियमों का पालन करते हुए रामलला को टेंट से मुक्ति दिलवाकर उन्हें भव्य मंदिर में विराजमान कर दिया, साथ ही आज के इस दिन के लिए उन्होंने भारत के आम जनमानस से अपील भी की थी कि वह प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या ना आवे बल्कि उनके आसपास जो भी मंदिर हो वहां जाकर राम नाम का एक दीपक जरूर जलाएं और भजन कीर्तन और अनुष्ठान भी करें, इस आग्रह का पूरे भारत समेत हमारी औरैया नगरी में ऐसा असर दिखा कि आज तक धर्मावलंबियों की नगरी माने जाने वाली औरैया में न तो
इतने भंडारे हुए कभी एक साथ हुए और न ही इतने स्थानों पर एक साथ कभी प्रसाद बांटा गया और न ही एक साथ सभी मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया, अमूमन यह देखने में आया है कि जब नवदुर्गा का पर्व आता है तो देवी मंदिर में माता की धूम मचती है जबकि अन्य देवालय लगभग सूने से पाए जाते हैं, इसी प्रकार जब सावन के सोमवार होते हैं और महाशिवरात्रि का पर्व आता है तो शिवालयों में भोले बाबा के भक्तों के जलाभिषेक और रुद्राभिषेक के साथ-साथ बम भोले के नारे आकाश को भी भेदते नजर आते हैं,
लेकिन आज तो ऐसा भव्य नजारा देखने मिला जिसकी कल्पना तो औरैया निवासियों ने तो नहीं की थी शायद ही कोई ऐसी गली बची हो जहां रामनामी झंडा और झंडियां न लगाई गई हो, ऐसा कोई मंदिर नहीं था जहां राम नाम जप या अखंड रामायण या अन्य कोई राम से संबंधित अनुष्ठान न चल रहा हो, मंदिर तो छोड़िए आज के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में लोगों ने स्वयं बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, किसी ने हलवा बनवाकर बांटा, तो किसी ने खीर बांटी, तो कहीं भंडारे का आयोजन चलता दिखाई दिया तो कहीं बूंदी का प्रसाद बंटता हुआ नजर आया हर जगह केवल एक ही नाम “जय श्री राम” “जय श्री राम”,


