उत्तर प्रदेश के इटावा में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के द्वारा केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर एक मंदिर का निर्माण करवाया जा रहा है जो की काफी भव्य होगा जिसका वीडियो अखिलेश यादव ने 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समय अपने X अकाउंट पर अपलोड किया था इसके बाद मंदिर चर्चाओं में आया था दावा है कि यह मंदिर सिद्ध ज्योतिर्लिंगों की तरह देशांतर रेखा पर बनाया जा रहा है ऐसे में इसका देश और दुनिया में बड़ा महत्व होगा जानकारी के मुताबिक मंदिर का भव्य शुभारंभ 2025 में होने की उम्मीद है हालांकि अभी तक इसकी कोई घोषणा नहीं हुई है
देशांतर रेखा पर बनेगा मंदिर क्यों होगा खास ?
अखिलेश यादव के X वीडियो के अनुसार देशांतर रेखा भारत के नक्शे पर दिखाई गई है जिसमें बने सभी ज्योतिर्लिंगों का विवरण दिखाया गया है ऐसा माना जा रहा है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव इस मंदिर को देशांतर रेखा पर ही बनवा रहे हैं जिसका कुछ अलग ही महत्व है ज्योतिर्लिंग देशांतर रेखा उत्तर से दक्षिण तक है इस सीधी रेखा पर उत्तराखंड से रामेश्वरम तक कुल सात ज्योतिर्लिंग बने हैं उत्तराखंड में एक छोर पर केदारनाथ मंदिर है तो दक्षिण में दूसरी छोर पर रामेश्वरम मंदिर है वही बीच देशांतर रेखा में श्री कालाहस्ती मंदिर, एकंबरेश्वर मंदिर, अरुणाचलेश्वर मंदिर, जम्मू केश्वर मंदिर, थील्लाई नाटराम मंदिर है। 2 एकड़ में आंध्र की कंपनी बना रही है मंदिर
उत्तर प्रदेश के इटावा में लोहाना चौराहे से लाइन सफारी पार्क की तरफ बढ़ते समय शीतलपुर गांव के सामने सड़क पर ही लगभग 2 एकड़ की भूमि पर इस भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है सूत्रों की माने तो इस मंदिर को आंध्र प्रदेश में बने ज्योतिर्लिंगों की तर्ज पर बनवाने के उद्देश्य से आंध्र प्रदेश की कंपनी को ही इसका काम दिया गया है वही आज पोखरा नेपाल से चलकर देर रात मंदिर में स्थापना होने वाली शिवलिंग की शालिग्राम लखनऊ के समाजवादी पार्टी ऑफिस पहुंचा था जहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और सपा के सभी विधायक गणों ने शालिग्राम का पूजन अर्चन किया पूजा के कार्यक्रम के बाद यह सिला आज इटावा के लिए रवाना हुआ जो की इटावा के केदारेश्वर मंदिर में स्थापित किया जाएगा
वही शालिग्राम के आने से पहले ए केदारेश्वर मंदिर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव मंदिर का जायजा लेने पहुंचे जो की किसी को बिना बताए ही वहां पहुंचे थे इससे पहले समाजवादी पार्टी की संसद डिंपल यादव भी मंदिर का जायजा लेने जा पहुंच चुकी है।
आशुतोष बाजपेई की रिपोर्ट