बंदरों के काटने से एक हुआ गंभीर घायल-सैफई रेफर-बेपरवाह जिला प्रशासन को नहीं नागरिकों की चिंता-कौन जिम्मेदार   

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औरैया 14 फरवरी 24-अजीतमल रेशम फॉर्म में बंदरों का आतंक रेशम फार्म में काम कर रहे एक कर्मचारी सरनाम सिंह को आज बंदरों ने काटकर घायल कर दिया, जिससे उनकी हालत ज्यादा गंभीर होने पर और वैक्सीन की कमी के कारण सैफई अस्पताल रेफर कर दिया,
जनपद में बंदरों का आतंक जनपद वासियों के लिए मौत का सबक बनता जा रहा है, ऐसा नहीं है कि प्रशासन के जिम्मेदारों के पास बंदरों के आतंक की कोई जानकारी नहीं है बल्कि वे जिम्मेदार फोटो खींच कर कागजी कार्यवाही पूरी कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं, आज अजीतमल रेशम फॉर्म में काम कर रहे एक कर्मचारी सरनाम सिंह को पीठ में बुरी तरह काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है, जब उन्हें घायल हालत में अजीतमल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया तो वहां वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी इसलिए उन्हें गंभीर हालत में ही सैफई मिनी पीजीआई रेफर कर दिया गया है, यह घटनाएं औरैया जनपद में अब आम हो गई हैं, महिलाओं और बच्चों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है, अगर कोई आदमी साथ में नहीं है तो बंदर कब हमला कर देंगे कुछ पता नहीं है, बच्चों का स्कूल आना जाना अब खतरे से खाली नहीं है, वहीं महिलाएं भी अपनी जरूरी सामानों के लिए बाजार जाने से कतराती हैं कि कहानी बंदर उन पर हमला न कर दे, बंदरों के हमले की कई घटनाएं समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बावजूद जिला प्रशासन व नगर पालिका प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है, उसी का अंजाम आज रेशम फॉर्म में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे सरनाम सिंह को गंभीर रूप से घायल होकर चुकाना पड़ा है, आज हाल यह है कि अगर आप मकान बनवा रहे हैं तो मकान के बनवाने में 25% लागत मूल्य केवल इस कारण से बढ़ जाता है कि बंदर कहीं से भी किसी भी तरह घुसकर कुछ भी बर्बाद कर सकते हैं और किसी पर भी हमला कर सकते हैं और उन्हें काटकर गंभीर रूप से घायल भी कर देते हैं, इनके लिए इनसे बचने के लिए लोगों ने अब तक जितने जतन अपनाये हैं वह सब किसी काम नहीं आ रहे हैं
अब इन बंदरों के आतंक पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन और नगर पालिका प्रशासन को ही कुछ ठोस कार्यवाही करनी होगी वरना ऐसे हादसे आगे भी देखने को मिलते रहेंगे|

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