औरैया 18 जनवरी 24-जिलाधिकारी नेहा प्रकाश के निर्देशन व अपर जिलाधिकारी महेंद्र पाल सिंह के मार्गदर्शन में तिलक महाविद्यालय में आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण हुआ। प्रशिक्षण में ब्लाक भाग्यनगर के 177 शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण में पहुंचे एसडीएम सदर अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि कि यह बहुत महत्वपूर्ण विषय है।आपदा किसी के साथ किसी भी परिस्थिति में आ सकती है। विभिन्न दैवीय आपदाओं में पात्रता व परिस्थिति के अनुसार राहत व सहायता देने का कार्य तहसील से होता है। प्रशिक्षण में यह अच्छी तरह से जान लें कि किस तरह की आपदा में क्या राहत मिलती है।जानकारी अच्छी तरह से कर लोगों को सही जागरूक करें। बीएसए अनिल कुमार ने जल बचाव प्रबंधन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आजकल जिस प्रकार जल को अनावश्यक रूप से बर्बाद किया जा रहा है यह बहुत गलत है। बच्चों और ग्रामीणों को जल संरक्षण के बारे में जागरूक करना होगा ताकि भविष्य में जल संकट से बचा जा सके।संचारी रोग विशेषज्ञ डॉ सरफ़राज़ ने सर्पदंश व रेबीज के लक्षण उनसे होने वाले बचाव और संक्रामक व संचारी रोगों की जानकारी दी। एआरपी मनोज कुमार ने कीट आक्रमण एआरपी आलोक मिश्रा ने आसमानी बिजली एआरपी प्रदीप कुमार ने लू व शीत लहर से बचाव के बारे में बताया। फायर विभाग से आए विशेषज्ञों ने घर खेत आदि जगह आग लगने पर विभिन्न बचाव के उपाय बताए। इस दौरान उन्होंने गैस सिलेंडर में रेग्युलेटर से आग लगने पर उसको बंद करने का प्रैक्टिकल करके बताया। जिला आपदा विशेषज्ञ दीपक कुमार ने बताया कि बच्चों को विभिन्न आपदाओं एवं उनसे बचाव के बारे में जानकारी देते हुए दिए गए पोस्टर स्कूल में नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने हैं। उन्होंने सीपीआर की जानकारी भी दी। ट्रेनर रमाकांत ने भूकंप व बाढ़ आदि से बचाव की जानकारी दी। प्रशिक्षण में बीईओ दाताराम एवं मास्टर ट्रैनर सरिता गुप्ता व सुधा पाल ने भी जानकारी दी।