औरेया सीएमओ का रिश्वत लेने का वीडियो वायरल, सफाई में बोले-फर्नीचर के पैसे वापस ले रहा था-साहब को नहीं पता? कि वीडियो में आवाज भी है 

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औरैया 24 फरवरी 24-औरैया के अफसर भी अब नेता टाइप के हो गए हैं, वैसे तो हरेक रिश्वत लेने वाला बहुत ही सतर्क चालाक और तेज खोपड़ी टाइप होता है लेकिन जब उसकी यह तेज खोपड़ी स्टिंग करने वाले के सामने फेल हो जाती है तो वह नेता टाइप बयांन दे देता है कि यह विरोधियों बनाया हुआ षड्यंत्र है इसमें कोई सच्चाई नहीं है, क्योकि वह यह बात अच्छी तरह से जानता है कि मीडिया कितना भी चिल्ल पों कर ले उसका कुछ भी बिगड़ने वाला नहीं है, हाँ अगर कुछ बिगड़ेगा तो सवाल करने वाले का या इस भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ आवाज उठाने वाले का                                                     इस मामले में भी हर महीने रिश्वत देने से तंग आ चुके एक पीड़ित डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि सीएमओ उनसे हर महीने आठ हजार रुपए बतौर रिश्वत लेते हैं। वह परेशांन हो चुके थे और इसी वजह से उन्होंने यह वीडियो बनाया है। वहीं सीएमओ ने इस वीडियो को पुराना बताया है।                                                                                        उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग को लेकर नित नए कांड सामने आते रहते हैं। कभी स्वास्थ्य कर्मियों के ट्रांसफर को लेकर धांधली तो कभी कर्मियों के कुछ और कांड के वीडियो सामने आते हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अपने विभाग के सुधार के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विभाग के उच्च अधिकारियों ने लगता है कि ना सुधरने की कसम खा रखी है। विभाग में रिश्वत का लेनदेन आम बात हो चली है।
      ऐसा ही एक मामला प्रदेश के औरेया जिले से सामने आया है। यहां के जिला स्वास्थ्य अधिकारी के रिश्वत लेने का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। हालांकि सीएमओ ने इसे पुराना और किसी अन्य मामले का वीडियो बताकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की है। लेकिन जिलाधिकारी ने इस मामले में संज्ञान लिया है।                                                                                                    वीडियो में पैसे लेते दिख रहे सीएमओ

वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि सीएमओ सुनील वर्मा कुछ पैसे ले रहे हैं। वह पैसों को तुरंत एक कागज के नीचे रख देते हैं और उसके ऊपर अपना मोबाइल फोन रख देते हैं। इस वीडियो में डॉ वर्मा  कहते हैं कि नौकरी करनी है तो मानदेय (रिश्वत का कोड वर्ड) देने ही पड़ेंगे यह सिस्टम है ऊपर तक जाता है। वीडियो वायरल के बाद हड़कंप मचा हुआ हैं। सीएमओ इस वीडियो को पुराना बताकर फर्नीचर खरीद का लेनदेन बता रहे हैं। उधर पीड़ित डॉक्टर ने सरकार से गुहार लगाई है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त डॉक्टर विशाल अग्निहोत्री कुष्ठ रोग में नियुक्त है। उनका आरोप है कि सीएमओ उनसे नौकरी करने के नाम पर हर माह आठ हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। वह पहले भी डर के कारण रिश्वत दे चुके हैं लेकिन अब वह परेशान हो चुके हैं।सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, इस मामले में उनके पास पर्याप्त साक्ष्य हैं।                                                                                                                        वीडियो में क्या है?                                                                                                              उधर वीडियो वायरल में सीएमओ सुनील वर्मा कह रहे हैं कि मानदेय मेरा वापसी करो तो डॉक्टर कहता है कि कैसा मानदेय? इसके जवाब में सीएमओ ने कहा कि मेरी पेनाल्टी जो तुमसे लगती है। इसके बाद सीएमओ ने कहा कि ये मानदेय ऊपर तक जाता है सब सिस्टम है। यह सब व्यवस्था का उतार चढ़ाव को बैलेंस करने का मानदेय है। तुम बढ़िया आदमी हो इसलिए कम ले रहा हूं। इसके बाद कुछ नोट टेबल पर जाते है जिसे सीएमओ कागज के नीचे रखकर ऊपर से अपना मोबाइल रख देते है।                                                                                                    सफाई में क्या बोले सीएमओ साहब?                                                                                        वीडियो वायरल होने पर हड़कंप मचा तो सीएमओ ने सफाई दी कि वीडियो पुराना है और फर्नीचर वाले से रुपए वापिस लिए थे। उधर डीएम नेहा प्रकाश ने सीएमओ से स्पष्टीकरण मांगा है। पीड़ित डॉक्टर विशाल अग्निहोत्री का कहना है कि सीएमओ सुनील वर्मा की कार्यशैली से विभाग परेशान है। पीड़ित ने सरकार से कार्रवाई की गुहार लगाई है।                        बता दें कि इससे पहले सीएमओ सुनील वर्मा ने अयाना अधीक्षक को जूते से मारने तक की धमकी दे डाली थी। इसके अलावा जिले में झोलाछाप से प्रैक्टिस के नाम पर वसूली का वीडियो भी आया था। ऐसे कई कारनामे उजागर हुए लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सभी मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया।                                                        रिपोर्ट – दीपेंद्र सिंह

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