रबी सीजन के लिए जनपद में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है उर्वरक-जिला कृषि अधिकारी 

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औरैया 22 अक्टूबर 24-जिला कृषि अधिकारी शैलेन्द्र कुमार वर्मा ने अवगत कराया है कि किसान भाइयों, खरीफ सीजन अपने अंत की ओर है व रबी सीजन की फसलों की बुवाई तीव्र गति से की जा रही है। आई०एफ०एम०एस० पोर्टल के अनुसार जनपद में दिनांक-22.10.2024 को 2703 मै0टन डी०ए०पी०, 16630 मै0टन यूरिया, 914 मै0टन एस०एस०पी०, 475 मै० टन एम0ओ0पी0, और 2215 मै0 टन एन०पी०के० उपलब्ध है। साथ ही आर०सी०एफ० कम्पनी की 50 मी0 टन डी०ए०पी० मैनपुरी रैक प्वांइट से आज प्राप्त हो गयी है। इस प्रकार जनपद में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिसका वितरण साधन सहकारी समिति एवं निजी उर्वरक बिक्री केन्द्रों द्वारा किया जा रहा है। दिनॉक 22.10.2024 बफर गोदाम के प्री-पोजीशनिंग स्टॉक से 697 मी0टन० डी०ए०पी० मुक्त की गयी है, जिसका प्रेषण जनपद की समस्त साधन सहकारी समितियों पर आज से प्रारम्भ कर दिया गया है। किसान भाई अपने नजदीकी उर्वरक बिक्री केन्द्र पर जाकर आवश्यकतानुसार उर्वरक क्रय कर सकते हैं। कृषक भाई अपनी जोत भूमि एवं फसल के अनुसार ही उर्वरक क्रय करें, अनावश्यक भण्डारण न करें तथा फसलों में संस्तुत मात्रा के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करें। किसान भाई उर्वरक खरीदने हेतु आधार कार्ड साथ ले जाएं तथा विक्रेता से कैश मेमो अवश्य प्राप्त करें। जनपद की मुख्य रबी फसलों हेतु उर्वरक की संस्तुत मात्रा निम्नवत है-
गेहूँ- की फसल में संस्तुत मात्रा (NPK) 150:60:40 किग्रा / हे० है । जिसकी आपूर्ति हेतु एन०पी०के० (20:20:13) – 4 बोरी+यूरिया 6 बोरी अथवा एन०पी० के० ( 20:20:0:13 ) – 6 बोरी + यूरिया 4 बोरी + एम0ओ0पी0-1 बोरी, अथवा डी०ए०पी०-2.5 बोरी + यूरिया – 6 बोरी + एम0ओ0पी0-1 बोरी अथवा एस0एस0पी0-7.5 बोरी + यूरिया – 7 बोरी + एम० ओ०पी०- 1बोरी में से किसी भी एक का प्रयोग कर सकते
है।
राई -सरसों की फसल में संस्तुत मात्रा (NPK) 120:60:60 किग्रा / हे० है । जिसकी आपूर्ति हेतु एन०पी०के० ( 12:31:16 ) – 3.5 बोरी + यूरिया 5 बोरी + एम0ओ0पी0 ( 20:20:0:13 ) – 6 बोरी + यूरिया 3 बोरी + एम0ओ0पी0 – 2 बोरी अथवा डी०ए०पी०-2.5 बोरी + यूरिया – 4.5 बोरी + एम0ओ0पी0-2 बोरी अथवा एस0एस0पी0-7.5 बोरी + यूरिया – 7.5 बोरी + एम0ओ0पी0 – 2 बोरी में से किसी भी एक का प्रयोग कर सकते है।
चना/मसूर की फसल में संस्तुत मात्रा (NPK) 20:60:20 किग्रा० / हे० है । जिसकी आपूर्ति हेतु एन०पी०के० (12:32:16)- 3 बोरी अथवा डी०ए०पी०-2.5 बोरी + एम0ओ0पी0 – 0.5 बोरी अथवा एस०एस०पी०- 7.5 बोरी + एम0ओ0पी0-0.5 बोरी में से किसी भी एक का प्रयोग कर सकते है ।
आलू की फसल में संस्तुत मात्रा (NPK) 180:80:100 किग्रा0 / हे० है । जिसकी आपूर्ति हेतु एन०पी०के० 12:32:16)-5 बोरी + यूरिया 7 बोरी + एम0ओ0पी0-2 बोरी अथवा एन०पी०के० (20:20:13) – 8 बोरी+यूरिया 5 बोरी+एम0ओ0पी0-3.5 बोरी अथवा डी०ए०पी०-4 बोरी यूरिया – 7+ एम0ओ0पी0 – 3 बोरी अथवा एस०एस०पी०-10 बोरी+यूरिया – 8.5 बोरी+एम0ओ0पी0-3 बोरी में से किसी भी एक का प्रयोग कर सकते है ।
कृषक भाइयों को सलाह दी जाती है कि उपरोक्त फसलों की संस्तुत मात्रा के अनुसार ही किसी एक विकल्प का चयन कर उर्वरकों का प्रयोग कर सकते हैं। जनपद में एस०एस०पी, एन०पी०के० / एन०पी०के०एस० पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जिसका प्रयोग डी०ए०पी० के वैकल्पिक उर्वरक के रूप में करें जिसके द्वारा फसलों को आवश्यक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश सल्फर एक ही उर्वरक से प्रदान किये जा सकते हैं।

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