औरैया 22 अक्टूबर 24-जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय कक्ष में मिशन ज्योतिर्गमय योजनान्तर्गत कराये जाने वाले कार्यों की समीक्षा करते हुए जनपद के परिषदीय विद्यालयों के शैक्षिक माहौल और भौतिक ढांचे में व्यापक सुधार करने के लिए विद्यालयों के प्रधानाचार्यो /अध्यापकों के साथ बैठक की। इस अभियान के प्रथम चरण में चयनित विद्यालयों में बच्चों के समग्र विकास, शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार और आधारभूत ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके तहत शिक्षकों की ट्रेनिंग और अन्य आवश्यक उपायों पर भी विचार किया गया है ताकि शिक्षा के स्तर में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
जिलाधिकारी ने इस सम्बंध में कार्ययोजना बनाने तथा शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को सौंपी। कार्य की प्रगति की समीक्षा में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए नवाचार अपनाने, छात्रों की जरूरतों के अनुसार शिक्षण विधियों को अद्यतन करने और शिक्षकों की नियमित प्रशिक्षण प्रक्रिया पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बच्चों में रचनात्मकता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त गतिविधियों का भी संचालन किया जाए। बैठक में चयनित विद्यालयों के आधारभूत ढांचे में सुधार के लिए फर्नीचर, शौचालय, पेयजल और स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाओं को प्राथमिकता से विकसित करने का निर्णय लिया गया। यह भी तय किया गया कि अभियान की प्रगति की नियमित मॉनीटरिंग की जाएगी ताकि लक्ष्य समय पर हासिल किए जा सकें। बच्चों के मानसिक, शारीरिक और शैक्षिक विकास के लिए खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और जीवन कौशल सत्रों का आयोजन भी किया जाए।
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान सभी शिक्षकों और संबंधित अधिकारियों से मिशन के उद्देश्यों को गंभीरता से अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं ताकि जनपद के परिषदीय विद्यालयों में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।
बैठक में डाइट प्राचार्य गंगा सिंह राजपूत, एसआरजी सुनील दत्त राजपूत, एसआरजी सुभाष रंजन द्विवेदी और डाइट प्रवक्ता निधि अवस्थी आदि उपस्थित रही।